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Sai Aarti lyrics in Hindi & English

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Sai Aarti lyrics in Hindi & English साई आरती (हिन्दी) ॥ आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा, चरणों के तेरे हम पुजारी साईँ बाबा, विद्या बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो , तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो, हे जगदाता अवतारे, साईँ बाबा, आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥ ॥ ब्रह्म के सगुण अवतार तुम स्वामी, ज्ञानी दयावान प्रभु अंतरयामी, सुन लो विनती हमारी साईँ बाबा, आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥ ॥ आदि हो अनंत त्रिगुणात्मक मूर्ति, सिंधु करुणा के हो उद्धारक मूर्ति, शिरडी के संत चमत्कारी साईँ बाबा, आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥ ॥ भक्तों की खातिर, जनम लिये तुम, प्रेम ज्ञान सत्य स्नेह, मरम दिये तुम, दुखिया जनों के हितकारी साईँ बाबा, आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ॥ Sai Aarti (English) !! Aarti Utare Hum Tumhari Sai Baba, Charno Ke Tere Hum Pujari Sai Baba, Vidya Bal Budhi, Bandu Mata Pita Ho, Tann Mann Dhann Praan, Tum Hi Sakha Ho, Hey Jagdata Avtare Sai Baba, Aarti Utare Hum Tumhari Sai Baba !! !! Bramh Ke Sagun Avtaar Tum Swami, Gyani Dayavaan Prabhu Antaryami,  Sun Lo Vinti Hamar...

Shri Ganpati Aarti Lyrics in Hindi

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Shri Ganpati Aarti Lyrics in Hindi सुखकर्ता दु:खहर्ता वार्ता विघ्नांची | नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची || सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुरांची | कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची ॥१॥ जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती | दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥ जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती | दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥ रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा | चंदनाची उटी कुमकुमकेशरा || हिरेजडित मुकुट शोभतो बरा | रुणझुणती नूपुरें चरणी घागरीया || जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती | दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥ जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती | दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥ लंबोदर पीतांबर फणिवरबंधना | सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना | दास रामाचा वाट पाहे सदना | संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवरवंदना| जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती | दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥ जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती | दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥ जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती | दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृo॥

Shiv Chalisa Lyrics in Hindi

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Shiv Chalisa Lyrics in Hindi ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके । कानन कुण्डल नागफनी के॥ अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे । छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ मैना मातु की हवे दुलारी । बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी । करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे । सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥ देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ तुरत षडानन आप पठायउ । लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई । सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥ दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद माहि महिमा तुम गाई । अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला । जरत सुरासुर भए विहाला ॥ क...

Shri Krishna Aarti lyrics in Hindi and English

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॥आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला । श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला । गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली । लतन में ठाढ़े बनमाली की,  भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक, ललित छवि श्यामा प्यारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ ॥ आरती कुंजबिहारी की...॥ कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं । गगन सों सुमन रासि बरसै । बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग, ग्वालिन संग, अतुल रति गोप कुमारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥ ॥ आरती कुंजबिहारी की...॥ जहां ते प्रकट भई गंगा, सकल मन हारिणि श्री गंगा । स्मरन ते होत मोह भंगा बसी शिव सीस, जटा के बीच, हरै अघ कीच, चरन छवि श्रीबनवारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥ ॥ आरती कुंजबिहारी की...॥ चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू । चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू हंसत मृदु मंद, चांदनी चंद, कटत भव फंद, टेर सुन दीन दुखारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥ ॥ आरती कुंजबिहारी की...॥ आर...

Om Jai Jagadish Hare Lyrics in Hindi & English

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Om Jai Jagadish Hare Hindi Lyrics ॐ जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट दास जनों के संकट क्षण में दूर करे ॐ जय जगदीश हरे जो ध्यावे फल पावे दुःखबिन से मन का स्वामी दुःखबिन से मन का सुख सम्पति घर आवे सुख सम्पति घर आवे कष्ट मिटे तन का ॐ जय जगदीश हरे मात पिता तुम मेरे शरण गहूं किसकी स्वामी शरण गहूं मैं किसकी तुम बिन और न दूजा तुम बिन और न दूजा आस करूं मैं जिसकी ॐ जय जगदीश हरे तुम पूरण परमात्मा तुम अन्तर्यामी स्वामी तुम अन्तर्यामी पारब्रह्म परमेश्वर पारब्रह्म परमेश्वर तुम सब के स्वामी ॐ जय जगदीश हरे तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता स्वामी तुम पालनकर्ता मैं मूरख फलकामी मैं सेवक तुम स्वामी कृपा करो भर्ता ॐ जय जगदीश हरे तुम हो एक अगोचर सबके प्राणपति स्वामी सबके प्राणपति किस विधि मिलूं दयामय किस विधि मिलूं दयामय तुमको मैं कुमति ॐ जय जगदीश हरे दीन-बन्धु दुःख-हर्ता ठाकुर तुम मेरे स्वामी रक्षक तुम मेरे अपने हाथ उठाओ अपने शरण लगाओ द्वार पड़ा तेरे ॐ जय जगदीश हरे विषय-विकार मिटाओ पाप हरो देवा स्वमी पाप हरो देवा श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ सन्तन की सेवा ॐ जय जगदीश हरे ॐ जय जग...

Shree Ganesh Aarti Lyrics in Hindi & English

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Shree Ganesh Aarti Lyrics in Hindi जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।। एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी, माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी।  पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा, लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।। .. जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।। अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।  'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।।  जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ..  माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।  दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।  कामना को पूर्ण करो जय बलिहारी। Shree Ganesh Aarti Lyrics (English) Jai ganesh jai ganesh jai ganesh deva mata jaki parvati, pita mahadeva ekadanta dayavanta, char bhujadhaari mathe par tilak sohe, muse ki savari paan charhe, phool charhe aur charhe meva ladduan ka bhog lage, sant karein seva Jai ganesh jai ganesh jai ganesh deva mata jaki parvati, pita mahadeva andhe ko aankh deta, korhina ko kaya baanjhana ko putra deta, nirdhana ko maya soora shyama sharana ...

Shiv Aarti Lyrics : Om jai Shiv Omkara

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Shiv Aarti in Hindi & English Om jai Shiv Omkara जय शिव ओंकारा Lord Shiv जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा । ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव...॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे । हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव...॥ दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे। त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव...॥ अक्षमाला बनमाला रुण्डमालाधारी । चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव...॥ श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे । सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव...॥ कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता । जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव...॥ ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका । प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव...॥ काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव...॥ त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे । कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव...॥ Shiv Aarti in English ॥ Jai Shiv Omkara, Om jai Shiv Omkara, Brahma Vishnu Sadashiv Arddhagni Dhara. Om Jai Shiv Omkara ॥ ॥ Ekanan Chaturanan Panchanan Rajai, Hansanan Garu...